15-Jun-2022 07:21 PM
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जयपुर 15 जून (AGENCY) राजस्थान में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्र सरकार की सेना में युवाओं की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना के प्रति विरोध जताते हुए कहा है कि प्रदेश में रालोपा इसके विरुद्ध सभी जिला मुख्यालयों पर नौजवानों के साथ गुरुवार को विरोध प्रदर्शन करेगी।
श्री बेनीवाल ने आज अपने बयान में कहा कि कोरोना की आड़ में दो वर्षो से सेना भर्ती नही होने, पूर्व में आयोजित हो चुकी सेना भर्ती रैलियों की प्रक्रियाओं को पूरा नहीं करने से और अब संविदा पर सेना में भर्ती करने की लाई गई योजना के कारण युवाओं में केंद्र के प्रति जोरदार आक्रोश है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को पूर्वाह्न ग्यारह बजे राजस्थान के प्रत्येक जिला मुख्यालय पर सेना भर्ती रैलियों के आयोजन को जल्द से जल्द प्रारंभ करने एवं युवाओं को दो वर्ष की आयु में छूट देने की मांग तथा अग्निपथ योजना के माध्यम से सेना में संविदा भर्ती के निर्णय के विरोध में ज्ञापन दिया जायेगाा।
उन्होंने कहा कि देश का जवान इसे लेकर आक्रोश में हैं और वह सडकों पर उतरेगा और दिल्ली को भी घेरेगा। उन्होंने कहा कि रालोपा निर्णय लिया है कि वह इसके विरोध में राजस्थान जिला मुख्यालयों पर बड़ा पदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि जरुरत पड़ने पर हम सांसद लोग ससंद का कूच भी करेंगे और संसद सत्र में यह मांग की जायेगी। उन्होंने कहा कि वह अन्य सांसदों से भी इस बारे में बात करेंगे।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की इस योजना के प्रति मंगलवार को ही अपना विरोध दर्ज करा दिया था। सात आठ राज्यों के प्रतिनिधिमंडल ने सेना में भर्ती नहीं होने एवं भर्तियों के परिणाम शीघ्र घोषित करने आदि को लेकर मांग की थी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें आश्वास्त भी किया था कि कोरोना के मद्देनजर सेना के लिए आयु में दो वर्ष की छूट देकर नई भर्ती करेंगे। लेकिन अब सरकार यह योजना लेकर आई हैं। उन्होंने कि दुर्भाग्य से केन्द्र सरकार को
किसान आंदोलन में मुुंह की खानी पड़ी और उसे कृषि कानून वापस लेने पड़े। देश का जवान बीस हजार ऊंची पहाड़ी पर जाता हैं, केन्द्र सरकार ने मंगलवार को उसका मजाक बना दिया। यह नौजवानों के लिए मजाक हैं।
श्री बेनीवाल ने कहा कि नौजवान चार साल तक सेना में प्रशिक्षण लेगा, हथियार चलाना सीखेंगा और 25 प्रतिशत को परमानेंट किया जायेगा। यह छह महीने का कौनसा प्रिशक्षण होगा, ऐसे में केन्द्र सरकार से आग्रह हैं कि वह अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करें और इस योजना को वापस ले। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस योजना को वापस लेकर देश के नौजवानों के लिए पूर्व की भांति भर्ती रैलियों का आयोजन किया जाये।
उन्होंने केन्द्र सरकार की इस योजना को नौकरी देने का झांसा करार देते हुए कहा कि आज नौजवान दो तीन साल से सेना में भर्ती के लिए तैयार कर रहे और उसके लाखों रुपए खर्च हो गए। सेना में भर्ती के लिए प्रशिक्षण दे रही कई निजी अकादमियां बंद हो जायेगी।...////...