28-Mar-2022 08:34 PM
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जयपुर, 28 मार्च (AGENCY) राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने सोमवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि हनुमानगढ़ के नोहर में ई-मित्र संचालक की हत्या के मामले में जांच जारी है और इस संबंध में और कोई भी सुझाव मिलेंगे तो उसकी जांच कराई जायेगी।
श्री धारीवाल शून्यकाल में गृह मंत्री की ओर से विधायक अमित चाचाण द्वारा इस संबंध में लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस मामले में विशेष अभियान समूह (एसओजी) एवं पुलिस थाने द्वारा लगातार जांच की जा रही है तथा पीड़ित के रिश्तेदारों, पड़ोसियों और संदिग्धों से पूछताछ हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि 17 अक्टूबर 2017 को दीनदयाल ब्राह्मण निवासी जसाना ने रिपोर्ट में भतीजे ई-मित्र संचालक पवन व्यास की गांव के पंचायत भवन में किसी अज्ञात व्यक्ति ने गला काटकर हत्या कर दी थी। इस पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। उन्होंने बताया कि स्थानीय पुलिस जांच की, लेकिन अज्ञात आरोपी का पता नहीं चल सका। इसके बाद प्रकरण को अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध शाखा, राजस्थान, जयपुर के आदेश पर छह दिसंबर 2018 को आगे की जांच का जिम्मा एसओजी राजस्थान, जयपुर को सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि प्रकरण में अज्ञात आरोपी मुल्जिमान की गिरफ्तारी के लिए 22 अप्रैल 2019 को 50 हजार रुपये इनाम की घोषणा की गई, लेकिन अज्ञात आरोपी का पता नहीं चला। इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसओजी जोधपुर द्वारा 19 दिसंबर 2019 के द्वारा एफआर अदम पता मुल्जिमान की अनुशंषा की जाकर प्रकरण पत्रावली अग्रिम कार्रवाई के लिए स्थानीय पुलिस को भिजवाई गई।
श्री धारीवाल ने बताया कि स्थानीय पुलिस द्वारा प्रकरण का अग्रिम जांच करने के लिए हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक के आदेश 20 फरवरी 2020 के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नोहर के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर प्रकरण का अनुसंधान किया गया।
उन्होंने बताया कि मामला दर्ज होने से अब तक स्थानीय पुलिस एवं एसओजी के द्वारा इसमें जमाना गांव में मृतक के परिजन, पड़ोसियों और संदिग्ध 276 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। मामले में छह लोगों का पॉलीग्राफी टेस्ट कराया जा चुका है। परिवादी पक्ष के अनुसार संदेहप्रद व्यक्ति ग्रामसेवक सुखदेव सिंह, कनिष्ठ लिपिक मुन्नी देवी, कम्प्यूटर ऑपरेटर राममूर्ति व चौकीदार कृष्ण कुमार से पवन कुमार की हत्या के संबंध में पुनः पूछताछ की गई, लेकिन इनकी संलिप्तता के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। वर्तमान में महानिरीक्षक पुलिस, बीकानेर रेंज के पर्यवेक्षण में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नोहर के निर्देशन में गठित टीम द्वारा जांच की जा रही है। इन तमाम प्रयासों के बावजूद अज्ञात आरोपी का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।...////...