21-Jun-2023 04:12 PM
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जयपुर, 21 जून (संवाददाता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में बिपरजॉय चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों का दूसरे दिन बुधवार को भी हवाई सर्वे किया और पाली और जालोर जिले में प्रभावित लोगों से मुलाकात भी की। श्री गहलोत ने तूफान से प्रभावित क्षेत्रों के अपने हवाई सर्वे के दूसरे दिन पाली जिले में प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया और उन्होंने पाली सर्किट हाउस में सभी से आत्मीयता से बात कर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को त्वरित राहत पहुंचाने एवं सर्वे कराकर नियमानुसार मुआवजा दिलाने के निर्देश दिए। श्री गहलोत को प्रभावितों ने अपने नुकसान के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने प्रशासन और पुलिस द्वारा किए गए राहत कार्यों की सराहना की। प्रभावित लोगों ने कहा कि पूर्व तैयारियों के कारण भी नुकसान कम हुआ है। आपदा में रेस्क्यू में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य स्वयंसेवकों द्वारा दिन-रात काम किया गया। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से मिलने के बाद जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, उपखंड अधिकारियों से वार्ता की। उन्होंने प्रशासन के टीम प्रयासों की तारीफ करते हुए सड़क, बिजली के पोल व अन्य आवश्यकता की त्वरित मरम्मत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवकों, आपदा मित्रों ने विपरीत परिस्थितियों में बचाव कार्य किए हैं। श्री गहलोत ने कहा कि बिपरजॉय से पूर्व की तैयारियों में ही 15 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था। दो हजार से अधिक लोगों को बचाव टीमों द्वारा सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। इस आपदा को लेकर मुख्य सचिव सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी 24 घंटे निगरानी बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे जलभराव वाली जगहों पर नहीं जाएं। नदियों में नहीं उतरें। बच्चों को भी तैरने से रोके। तेज बहाव में पैदल या वाहन से भी नहीं गुजरें। अनहोनी के अंदेशा पर होने जिला प्रशासन को तुरंत सूचित करें। इस दौरान आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल, राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल, मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीर सिंह जोजावर, मुख्यमंत्री सलाहकार निरंजन आर्य, पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़, जिला कलक्टर नमित मेहता और जिला पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने अपने इस दौरे के दौरान जालोर में सुबह सर्किट हाउस में बिपरजॉय चक्रवात प्रभावितों तथा परिवादियों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं। त्वरित निस्तारण के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। श्री गहलोत ने संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर सहित विभागीय अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने नुकसान का आकलन कर प्रभावितों को हरसंभव राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। श्री गहलोत ने कहा कि चक्रवात ‘बिपरजॉय’ से प्रभावित लोगों को हरसंभव नियमानुसार सहायता पहुंचाई जाएगी। जिले में क्षतिग्रस्त सड़क व विद्युत व्यवस्था को प्राथमिकता के साथ जल्द दुरूस्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जनसेवा में कोई कमी नहीं रखी गई है। ओल्ड पेंशन स्कीम, राइट टू हेल्थ, सामाजिक सुरक्षा, महंगाई राहत कैंप, लम्पी स्किन डिजीज में आर्थिक सहायता वितरण, 100 यूनिट फ्री बिजली, शहरी रोजगार गारंटी सहित विभिन्न योजनाओं से आमजन को महंगाई से राहत तथा सुरक्षा दी जा रही है। श्री गहलोत ने कहा कि शिक्षा चिकित्सा के क्षेत्र में राज्य अग्रणी बना है। राजस्थान मॉडल को अन्य राज्य भी अपना रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा देश में पहली बार शांति एवं अहिंसा विभाग खोला गया है, जिससे युवा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीआरएफ के नियमों में हुए बदलाव की वजह से राहत की प्रक्रिया में जटिलता आई है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि आपदा नियमों के साथ ही फसल बीमा की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए। इस दौरान आपदा एवं प्रबंधन मंत्री गोविन्दराम मेघवाल, श्रम राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई, जन अभियोग निराकरण समिति अध्यक्ष पुखराज पाराशर, पूर्व उप मुख्य सचेतक रतन देवासी, पूर्व विधायक डॉ. समरजीत मौजूद थे।...////...