23-Oct-2023 09:41 PM
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जयपुर 23 अक्टूबर (संवाददाता) केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी बड़ा फकीर होने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि ढोंगी लोग फकीरी का लबादा ओढ़कर भ्रष्ट आचरण और व्यवहार करते हैं। श्री शेखावत ने सोमवार को यहां भाजपा मीडिया सेंटर में प्रेस वार्ता में श्री गहलोत के बयान वह श्री मोदी से भी बड़े फकीर है और न उनके पास जमीन है, पर सवाल करने पर यह बात कही। उन्होंने कहा “आपने कभी देश दुनिया में जो भी कोई संत या फकीर हुआ है उससे यह कहते हुए नहीं सुना होगा कि मैं बड़ा फकीर। लेकिन यह ढोंगी लोग, फकीरी का लबादा ओढ़कर भ्रष्ट आचरण और व्यवहार करते हैं। दोहरा जीवन जीते हैं। उन लोगों को अपने स्पष्टीकरण देने के लिए इस तरह के अनर्गल बयान देना उनकी मजबूरी होती हैं।” उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि श्री गहलोत कहते है कि उनके पास एक इंच जमीन नहीं है लेकिन शायद वह अपने दिल्ली फ्लैट के बारे में बोलना भूल गए इसके साथ वह यह भी भूल गए कि किस तरह से मॉरीशस के रुट से पैसा रोटेड होकर उनके बेटे के खाते में पहुंचा । फकीर की बात करने वाले खुद की जमीन खरीदने की अभी बात नहीं करना चाहते हैं। एक अन्य सवाल पर श्री शेखावत ने कहा कि राजस्थान में जलजीवन मिशन मामले में एसीबी ने मामला रजिस्टर्ड किया और इसके बाद ईडी की कार्रवाई हुई तो 16 किलोग्राम सोना और कई सौ लाख रुपए बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा “जलजीवन मिशन में भ्रष्टाचार को लेकर मिशन डायरेक्टर, सेक्रटेरी लेवल एवं मैने राज्य सरकार को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार के प्रति ध्यान दिलाया गया लेकिन राज्य सरकार आंख मूंदकर सरंक्षण दे रही हैं और उसने इस संबंध में कोई जवाब देना भी उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा कि जब भ्रष्टाचार की कलई खुलने लगी तो बौखालाहट में इस तरह का बयान देना लाजमी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की एक टीम ने यहां आकर जल जीवन प्रोग्राम को धरातल पर उतारने एवं इसके लिए दिए गये ठेके और धरातल पर जो काम हो रहा है उसकी गुणवता, तीनों का सिंहावलोकन भी किया है और हमने भी इसमें खामिया एवं जानबूझकर की गई बदमाशियों, भ्रष्टाचार एवं इंप्लीमेंटेशन में हो रहे घोटाले पर राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए पत्र लिखे। संजीवनी धोखाधड़ी मामले को लेकर किए गए सवाल पर श्री शेखावत ने कहा कि इस मामले में उनकी आवाज का नमूना लेने के लिए आज तक उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया हैं। वर्ष 2020 के बाद यह वर्ष 2023 का आखिरी समय आ गया हैं लेकिन पिछले साढ़े तीन साल में उन्हें एक भी नोटिस नहीं दिया गया हैं। उन्होंने कहा कि उनकी आवाज की जांच के लिए कभी नोटिस नहीं दिया गया, यह केवल मीडिया में प्रचार कर राजनीतिक लाभ लेने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले से जोड़कर उन्हें आरोपी बताने का काम किया गया लेकिन न्यायालय ने उन्हें आरोपी नहीं ठहराया हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने श्री गहलोत के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया जिसमें वह वीडियों के माध्यम से भी खडे हुए हो लेकिन आठ बार अदालत के समक्ष खड़े हो चुके हैं। लाल डायरी को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि जब इनकम टैक्स की रेड पड़ी तब पुलिस का दुरुपयोग किया गया और उसका प्रोटेक्शन लिया गया। पहले तो यह स्पष्ट करना चाहिए इस प्रकार पुलिस का दुरुपयोग क्यों किया गया। इसके बाद लाल डायरी को लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ और लाल डायरी का इतना खोप क्यों हैं और इसके दो पन्ने बाहर आये तब सरकार इतने सकते में क्यों थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लाल डायरी को लेकर जो कहा वह सही कहा, लेकिन अधूरा कहा। जब राज्य सरकार कहती है कि कोई लाल डायरी है ही नहीं लेकिन श्री खड़गे तो कहते हैं कि जो लाल डायरी हैं उसमें लिखा हैं कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने वाली हैं। उन्होंने कहा कि श्री खड़गे ने उसमें पूरा नहीं पढ़ा और उसमें लिखा है कि भ्रष्टाचार से राज्य सरकार और मंत्रियों ने इतना पैसा कमा लिया है कि अबकी बार सरकार दुबारा बनेगी।...////...