20-Mar-2023 09:41 PM
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जयपुर, 20 मार्च (संवाददाता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेह सुशासन देने में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) की अह्म भूमिका बताते हुए कहा है कि राज्य सरकार आमजन को सुशासन देने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। श्री गहलोत सोमवार को आईटी डे के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने आईटी के माध्यम से देश को 21वीं सदी से जोड़ने का स्वप्न देखा था। आज राज्य सरकार द्वारा आईटी के बजट में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है तथा सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से करोड़ों प्रदेशवासियों को जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों से प्रदेश आज आईटी के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार सभी योजनाओं को आईटी आधारित बनाने की संकल्पना को आगे बढ़ा रही है। आईटी दिवस पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों से देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए नई पीढ़ी तैयार हो रही है। आईटी के प्रयोग से राज्य सरकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन एवं अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सुनिश्चित की जा रही है। हैकॉथान में 60 से अधिक देशों के एक लाख प्रतिभागियों ने हिस्सा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने हैकॉथान में भाग लेने वाले प्रतिभागियों से संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने प्रतिभागियों के प्रोजेक्ट और भविष्य की संभावनाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि हैकॉथान के नवाचार गुड गवर्नेंस में मददगार साबित होंगे। इसमें आने वाले सर्वश्रेष्ठ तीन प्रोजेक्ट्स को राज्य सरकार द्वारा उपयोग में लिया जाएगा तथा 50 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 200 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले राजीव गांधी नॉलेज सर्विस एंड इनोवेशन हब, जोधपुर का वीसी के माध्यम से शिलान्यास किया। यह संस्थान स्टार्टअप्स और सर्विस प्रोफेशनल्स को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ नवोन्मेषी विचारों को धरातल पर उतारने के लिए आधारभूत ढांचा प्रदान करेगा। यह संस्थान प्लग एंड प्ले मॉडल पर आधारित होगा। यहां डब्ल्यू-हब के नाम से महिला इनोवेटर्स के लिए अलग स्पेस उपलब्ध करवाया जाएगा। इससे राज्य में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन मिलेगा तथा प्रदेश में आर्थिक विकास केे नए आयाम स्थापित होंगे। श्री गहलोत ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री आश्रित सेवा योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत राज्य सरकार आवागमन में असमर्थ लाभार्थियों को चिह्नित कर उनसे संपर्क करेगी। चिन्हित व्यक्तियों के पास सेवा प्रदायक को भेजकर सरकारी सेवाओं का लाभ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री आश्रित सेवा के प्रथम चरण में दिव्यांगजन, वृद्धजन, एकल नारी, विधवा महिलाएं, पालनहार को मुख्यमंत्री आश्रित सेवा योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। इन लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं से घर बैठे जोड़ा जा सकेगा। श्री गहलोत ने इस अवसर पर जन आधार ई-वॉलेट लॉन्च किया। इसके माध्यम से राज्य सरकार द्वारा लाभार्थियों को दिए जा रहे नकद राशि तथा गैर-नकद राशि के वाउचर्स मिल सकेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राजस्थान डिजिटल यात्रा रिपोर्ट का विमोचन भी किया।...////...