उत्कृष्ट मानव संसाधन तैयार करने में आंगनबाड़ी केन्द्रों की भूमिका अहम-गहलोत
08-Feb-2022 11:15 PM 1234653
जयपुर, 08 फरवरी (AGENCY) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बच्चे हमारे देश की वह पौध हैं, जिनको बेहतर पोषण, अच्छी शिक्षा एवं सुसंस्कार देकर हम उत्कृष्ट मानव संसाधन के रूप में तैयार कर सकते हैं और प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्र इस दिशा में अहम भूमिका निभा सकते हैं। श्री गहलोत आज राज्य के 25 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों को नंद घर के रूप में विकसित करने के लिए वेदांता समूह के अनिल अग्रवाल फाउण्डेशन के साथ एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य हो कि राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्र सभी मूलभूत सुविधाओं से युक्त नंद घर के रूप में विकसित हों। उन्होंने कहा कि अनिल अग्रवाल फाउण्डेशन के माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्रों का नंदघर के रूप में विकसित होना एक बड़ा कदम है। इससे इन केन्द्रोें के बुनियादी ढांचे में सुधार होने के साथ ही इनमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। इससे मातृ एवं शिशु मृत्युदर को और कम करने में भी मदद मिलेगी। उन्होेंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को निरंतर सुदृढ़ कर रही है। इसी का परिणाम है कि अब करीब 95 प्रतिशत प्रसव संस्थागत होने लगे हैं। श्री गहलोत ने कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए राज्य सरकार ने निःशुल्क सेनेटरी नैपकीन वितरण के लिए उड़ान योजना शुरू की है। करीब 200 करोड़ रूपए की लागत से शुरू की गई इस योजना के माध्यम से गांव-ढाणी तक महिलाओं एवं किशोरियों को सेनेटरी नैपकीन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस योजना के जरिए हमारा प्रयास है कि माताएं एवं बहनें हाईजीन के प्रति जागरूक हों, ताकि वे बीमारियों से बच सकें। राज्य सरकार की ओर से प्रमुख शासन सचिव महिला एवं बाल विकास श्रेया गुहा एवं अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की ओर से नंद घर की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितु झींगन ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। फाउंडेशन करीब 750 करोड़ रूपये (प्रति आंगनबाड़ी 3 लाख रूपये) व्यय कर 25 हजार नंद घर विकसित करेगा।...////...
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