21-Dec-2023 06:27 PM
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भोपाल, 21 दिसंबर (संवाददाता) मध्यप्रदेश की नवगठित सोलहवीं विधानसभा की कार्यवाही आज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के साथ ही चार दिवसीय पहला सत्र संपन्न हाे गया। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन की कार्यसूची में शामिल सभी विषयों को पूर्ण करने के बाद कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इसके साथ ही चार दिवसीय सत्र संपन्न हो गया। श्री तोमर ने इस अवसर पर अपने संबोधन में चार दिनों के दौरान हुए महत्वपूर्ण कामकाजों के बारे में बताया। इसके पहले सदन में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर पेश किए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का उत्तर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार “संकल्प पत्र” में किए गए वादों को पूरा करने के लिए वचनबद्ध है और इसके लिए संसाधनों की कमी नहीं होगी। उन्होंने सरकार की प्राथमिकताओं को भी गिनाया। मुख्यमंत्री के जवाब के बाद धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। चार दिवसीय सत्र सोमवार को प्रारंभ हुआ था और सामयिक अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) गोपाल भार्गव ने नवनिर्वाचित विधायकों को दो दिनों के दौरान शपथ दिलायी। इसके बाद बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन हुआ और श्री तोमर सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने गए। श्री तोमर ने तत्काल अपना दायित्व संभाल लिया और इसके बाद राज्यपाल मंगुभाई पटेेल का अभिभाषण हुआ। अभिभाषण पर पेश हुए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरूआत आज सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने की। इसके बाद आधा दर्जन से अधिक सदस्यों ने हिस्सा लिया, जिसका जवाब मुख्यमंत्री डॉ यादव ने दिया। सदन में सत्र के अंतिम दो दिनों में उन विधायकों को शपथ दिलायी गयी, जो पूर्व में शपथ ग्रहण करने से वंचित रह गए थे। छिंदवाड़ा विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इस सत्र में उपस्थित नहीं हो सके और वे अब तक सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण नहीं कर पाए हैं। सभी कामकाज पूर्ण होने के बाद आज अपरान्ह अध्यक्ष श्री तोमर ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।...////...